Arun Kumar Sandey

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अवैध कब्जे नहीं रोक पाने और रिजर्व फारेस्ट बांकी में लगी आग के लिए कौन जिम्मेदार ?

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डीएफओ ने फारेस्ट के आग लगाने को शरारती तत्वों का काम बताया

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अधिवक्ता संघ कटघोरा के सचिव अमित सिन्हा ने कहा कि यदि वन विभाग के द्वारा कोई कठोर कदम नहीं उठाए गए तो इसकी लिखित शिक़ायत कोरबा कलेक्टर और मां. वनमंत्री से होगी

कोरबा,19 अप्रैल 2024 ( बोल छत्तीसगढ़ ) कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल अंतर्गत रिजर्व फारेस्ट बांकी मोंगरा बीट एक बार फिर से चर्चा का केंद्र बना हुआ है, आपको बता दें कि 18 अप्रैल को बांकी मोंगरा रिजर्व फारेस्ट में भीषण आग लग गई, जिसे फारेस्ट विभाग के लोग बुझाते नज़र आए, परन्तु  इसके विपरित अधिवक्ता की मानें तो वन सुरक्षा में लगे मजदूर और वन रक्षक की भूमिका संदेहास्पद हो गई कि आखिर आग किसने और क्यों लगा दीया !

इस घटना की जानकारी के विषय में अधिवक्ता संघ कटघोरा के सचिव अमित सिन्हा ने कुछ दिन पहले बांकी मोंगरा से कटघोरा मार्ग जाने वाली रोड के बायीं ओर के जंगल में आग लगी देखी थी, जो बाद में बुझ गई फिर बिते गुरूवार 18 अप्रैल को बांकी मोंगरा से कटघोरा मार्ग के दायी ओर कुछ लोगों को मुंह बांधे आग लगाते देखा, उन्होंने मना करने की कोशिश कि आग जो जल रही है उसकी छींट सड़कों पर आ रही है, किन्तु आग लगाने वालों ने ध्यान नहीं दिया उन्हें लगा शायद वे वन विभाग के देखरेख वाले कर्मचारी होंगे फिर वे देर होने कि वजह से कोर्ट के लिए निकल गये आगे उन्होंने वन विभाग के कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं कि सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण भी हो रहें हैं, अधिवक्ता के विडीयो में सुनिए वे फारेस्ट में लगे आग और अवैध कब्जे के विषय में क्या कुछ कहा

अमित सिन्हा – अधिवक्ता संघ कटघोरा

एक ओर जहां आग लगने की घटना पर संदेह की स्थिति बनी हुई थी, कटघोरा डीएफओ ने स्थिति को बड़ी गंभीरता से लेते तत्काल टीम रवाना कर दिया, किन्तु कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, गर्मीयों में विशेष रूप से कहीं आग न लगे या पेड़ों की सुरक्षा के लिए फायर वाॅचर नियुक्त किया जाता है, ऐसी परिस्थिति में वह फायर वाॅचर कौन है ? और घटना के समय कहां था ? फिलहाल वन विभाग के आला अधिकारी ने जो जानकारी डीएफओ कटघोरा को दी आज बात करने पर जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए उसे वन विभाग ने सांझा किया है।

जंगल में आग लगने वाली घटना की जानकारी मिलने पर जांच टीम बांकी मोंगरा भेजी गयी , जांच के दौरान पाया गया किसी शरारती तत्वों के द्वारा आग लगाया गया था, जिसकी सूचना मिलने पर वनरक्षक शेखर सिंह रात्रे आग को बुझाने पहुंचा ।
               कुमार निशांत, डीएफओ ( कटघोरा )

अवैध कब्जे पर ध्यान देने योग्य बातें –

1 अरदा चौंक से बांकी मोंगरा आने वाले रास्ते पर दाहिने ओर क़ब्ज़ा कर दुकानें संचालित

2 शुक्लाखार से कटघोरा मार्ग के बायीं ओर फल दुकान और आगे गुटके की दुकान संचालित

3 इंदिरा नगर से बांकी की आने वाले रास्ते पर मिट्टी पाटकर बड़ी गाड़ियों को जंगल के अंदर खड़ी की जा रही है

4 बांकी मोंगरा के दायी ओर बकरा काटने वाले द्वारा हरी नेट लगाकर भीतर बढ़ाया गया है, जांच के दौरान आसानी से देखा जा सकता है

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