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(गाजीपुर) ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी शादाब फातिमा

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0बोलीं, सियासत असीम संभावनाओं का खेल0शिवपाल की करीबी टिकट की थीं दावेदार0सदर एवं जहूराबाद से विधायक थीं फातिमा0जहूराबाद के विकास में निभाई थी बड़ी भूमिका

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गाजीपुर 2 फरवरी (आरएनएस)। जहूराबाद की पूर्व विधायक एवं अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव की अति करीबी पूर्व मंत्री शादाब फातिमा ने अपने ही पार्टी के गठबंधन प्रत्याशी ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ चुनाव लडऩे का एलान करके सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने समर्थकों के बीच एलान किया कि राजनीति में असीम संभावनाएं होती हैं। वह जहूराबाद के विकास के लिए चुनाव लड़ेंगी। अभी देखिए आगे आगे होता है क्या। अगर शादाब फातिमा मैदान में उतरती हैं तो सीधे तौर पर इसका नुकसान सपा को होगा और भाजपा बड़ी बढ़त बनाकर आगे निकल सकती है।जहूराबाद विधानसभा के गंगौली गांव निवासी राही मासूम रजा के परिवार की सदस्य शादाब फातिमा वर्ष 2007 में सदर विधानसभा एवं 2012 में जहूराबाद से विधायक निर्वाचित हुई थीं। उन्हें शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है। विधायक बनने के बाद वह मंत्री भी बनीं। ऐसा कहा जाता है कि पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह के बाद अगर किसी ने सबसे अधिक जहूराबाद को सजाया और संवारा तो उसमें शादाब फातिमा का भी नाम आता है। उन्होंने पूरे इलाके की सड़कों को चमकाया। आज भी उनकी बनाई हुई सड़कों पर 90 की स्पीड से वाहन दौड़ते हैं। 2017 में चाचा और भतीजे के झगड़े के बाद वह चाचा के साथ जाना पसंद कीं। इसलिए उन्हें मंत्री पद से अखिलेश ने बर्खास्त भी कर दिया था। और 2017 के विधानसभा चुनाव में जहूराबाद से गरीब के बेटे महेंद्र चैहान को उम्मीदवार बनाया। हालांकि चुनाव में महेंद्र की हार हुई। इन पांच वर्षों में शादाब ने काफी उतार चढ़ाव देखा। उनका इकलौते पुत्र की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह इसके बाद पूरी तरह से टूट चुकी थीं। खुद को संभाला और अब जनता के बीच हैं। कुछ दिनों में ऐसी संभावनाएं बनीं कि उन्हें अखिलेश टिकट देंगे, लेकिन शिवपाल के कहने पर सिर्फ तीन सीट ही शामिल थीं। अब उन्होंने अपने समर्थकों की मांग पर जहूराबाद से निर्दल ही चुनाव लडऩे का एलान किया है। शादाब की क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और हर समाज में अपनी पहुंच बनाई हैं। यदुवंशियों की एक लाबी आज भी शादाब के साथ है। चर्चाओं की मानें तो उनसे कई बसपा के नेता भी संपर्क में हैं। ताकि वह बसपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर सपा प्रत्याशी ओमप्रकाश राजभर को कड़ी चुनौती दे सकें। सियासत के जानकार मानते हैं कि शादाब के मैदान में उतरने से सपा का वाईएम समीकरण तहस नहस हो सकता है और चुनाव परिणाम चैंकाने वाले आ सकते हैं। साथ ही बुधवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक करके चुनाव में जंग का एलान कर दिया है।

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