Arun Kumar Sandey

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बिजली बाई रामलला का दर्शन कर खुद को समझती है धन्य

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कोरबा 17 जनवरी 2025 ( बोल छत्तीसगढ़ ) भगवान राम के प्रति मेरी बचपन से ही आस्था थी। मैं सदैव भगवान को पूजती थी। अयोध्या में प्रभु राम के जन्मस्थान में जाकर रामलला का दर्शन मेरा सौभाग्य ही था कि मुझे इसके लिए एक रुपये भी खर्च नहीं करने पड़े। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जो व्यवस्थाएं की उसका हम कर्ज चुका नहीं सकते। यह गरीबो के लिए बहुत बड़ा उपहार है। अपने आराध्य देव का दर्शन करना हर किसी की इच्छा होती है। गरीबी और पैसे  की कमी की वजह से हर कोई तीर्थ पर जा नहीं पाता। मुझे खुशी है कि मुझे अवसर मिला। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ की सरकार को धन्यवाद देती हूँ…यह कहना है वृद्धा बिजली बाई उपाध्याय का। जिन्होंने कुछ माह पहले ही रामलला दर्शन योजना का लाभ उठाया और दर्शन कर लौटने के बाद खुद को धन्य मान रही है।


 कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में ग्राम जटगा बांधा पारा की रहने वाली बिजली बाई उपाध्याय ने बताया कि पति के मौत के बाद वह अकेले तीर्थ यात्रा पर जाने से संकोच करती है। उन्हें जब मालूम हुआ कि छत्तीसगढ़ की सरकार रामलला दर्शन योजना से वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क में अयोध्या लेकर जा रही है तो उन्होंने भी अधिकारियों से जानकारी जुटा कर अपना आवेदन जमा किया। चूंकि वह अकेली नहीं जा सकती थीं इसलिए एक सहायक के रुप में भतीजी को भी रखा। घर से पोड़ी उपरोड़ा जनपद मुख्यालय तक पहुँचने के पश्चात बस की सुविधा दी गई थी। बिलासपुर रेल्वे स्टेशन  पहुचने के बाद अन्य तीर्थ यात्रियों के साथ ट्रेन में सवार होकर सभी अयोध्या के लिए रवाना हो गए। बिजली बाई ने बताया कि ट्रेन में भी खाने आदि की व्यवस्था थी। ई
ट्रेन में अन्य तीर्थ यात्रियों के साथ भक्तिभाव में झूमते गाते हुए हम सभी अयोध्या पहुँच गए। यहां ठहरने और खाने की निःशुल्क व्यवस्था थी। सुबह तैयार होकर भगवान रामलला के दर्शन करने गए। भगवान राम को करीब से देखकर मन भावविह्वल हो गया। इस दौरान खुद को सौभाग्यशाली मानते हुए हमने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को भी बहुत धन्यवाद दिया। उनके द्वारा चलाये गए इस योजना से हमारी वर्षों की चाहत पूरी हो गई।

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