Arun Kumar Sandey

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रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पीजी कॉलेज में वार्षिक स्नेह सम्मेलन और पुरस्कार वितरण, कलेक्टर ने आईएस बनने के बच्चों को दिए टिप्स

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1981 से सफ़र और  वर्तमान 2024 तक सुविधाओं और विशेषताओं के साथ जिले में अग्रणी महाविद्यालय

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कोरबा, 17 फरवरी 2024 ( बोल छत्तीसगढ़ ) शासकीय ईविपीजी कॉलेज में शनिवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ वार्षिक स्नेह सम्मेलन और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।


वार्षिकोत्सव में पहुंचे मुख्य अतिथि कलेक्टर अजित वसंत(IAS) ने बच्चों से टू वे संवाद किया। उन्होंने करियर और परीक्षाओं से संबंधित सवाल किए, जिनका बच्चों ने बखूबी उत्तर दिया और अपनी जिज्ञासाएं भी दूर की। कलेक्टर को अपने बीच पाकर कॉलेज के छात्र भी काफी उत्साहित थे। कलेक्टर ने भी सहजता से बच्चों से बातचीत की और भविष्य में आने वाली चुनौतियों के संबंध में उनका मार्गदर्शन किया। कलेक्टर ने बच्चों को आईएएस बनने के लिए किस तरह की तैयारी करनी है, इससे जुड़े उपयोगी
टिप्स भी दिए।


पीजी कॉलेज द्वारा प्रत्येक वर्ष तीन दिनों का वार्षिक उत्सव मनाया जाता है। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता भी सम्मिलित होती है। तीसरे और अंतिम दिन वार्षिक स्नेह सम्मेलन और पुरस्कार वितरण का दिन था। कार्यक्रम में राउत नाचा, गुजराती नृत्य के साथ ही देश के अलग-अलग सभ्यता से जुड़े नृत्य और गीत की खूबसूरत प्रस्तुति बच्चों ने दी। कार्यक्रम में पूरे साल भर के दौरान सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चे हो या फिर एनसीसी, एनएसएस और खेल प्रतियोगिता, संस्कृत प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अतिथियों के द्वारा पुरस्कृत भी किया गया।


कार्यक्रम में पहुंचे विशिष्ट अतिथि मुख्य प्रचालन प्रबंधक (IOCLकोरबा) के. सुरेश बाबू ने कहां की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 12th फेल फिल्म सभी बच्चों को देखनी चाहिए। उन्होंने प्राचार्य से अनुरोध किया के बच्चों के लिए इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग जरूर करवाएं। बाबू ने कहा कि पीजी कॉलेज से उनका खास लगाव रहा है। इसलिए यहां आकर वह काफी अच्छा महसूस करते हैं। बाबू ने आगे कहा कि बच्चों को सूचना क्रांति के युग में व्हाट्सएप, युटुब जैसे प्लेटफार्म का बेहद सावधानी से उपयोग करना चाहिए। इसे वह अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए उपयोग करें। इसका दुरुपयोग बिल्कुल ना करें। बच्चों को अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी अवश्य ध्यान रखना चाहिए।

1981 में 47 छात्रों से शुरू हुआ था सफर, आज 3 हजार बच्चों के साथ जिले का अग्रणी कॉलेज :

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्य डॉ साधना खरे ने महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि 1981 में पीजी कॉलेज का सफर शुरू हुआ था। तब यहां मात्र 47 बच्चे अध्ययनरत थे। आज इस कॉलेज में 3000 से भी अधिक छात्र अध्ययनरत हैं। यह जिले का अग्रणी महाविद्यालय है। पीजी कॉलेज का निरंतर विकास हुआ है। सन 2012 में महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के नाम पर कॉलेज का नामकरण हुआ। वर्तमान में कॉलेज में 16 विषय में पीजी कोर्स उपलब्ध हैं।। कॉलेज में इग्नू, पंडित सुंदरलाल शर्मा का अध्ययन केंद्र है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कोर्स भी कॉलेज में संचालित हैं। एनसीसी, एनएसएस की गतिविधियां हो या फिर अन्य आयोजन कॉलेज के छात्र सभी में बढ़-कर कर हिस्सा लेते हैं। फत्तेगंज में आयोजित एनएसएस शिविर में बच्चों ने स्कूल की बाउंड्री वॉल का निर्माण किया।

एनसीसी के छात्र ने दिल्ली में आयोजित 26 जनवरी के आरडीसी परेड में भाग लिया था। कॉलेज में सर्वसुविधा संपन्न लाइब्रेरी के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लास की सुविधा भी उपलब्ध है। कॉलेज में पीएससी व व्यापम सहित विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। हमारा कॉलेज इन सभी के लिए समन्वय केंद्र है। जिस तरह से कॉलेज का नाम अग्रणी महाविद्यालय है। ठीक इसी तरह से कॉलेज का काम भी है। सभी के सहयोग से कॉलेज निरंतर विकास हो रहा है।


कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ अवंतिका कौशिल और डॉ दिनेश श्रीवास ने किया। सांस्कृतिक प्रभारी अमोला कोर्राम ने कार्यक्रम की व्यवस्था का निर्वाहन किया। कार्यक्रम में स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ बीएस, सहायक प्राध्यापक अजय पटेल, मधु कंवर बलराम कुर्रे ने एनएसएस, एनसीसी और स्वीप कार्यक्रम का प्रतिवेदन पेश किया। वरिष्ठ प्राध्यापक बीएल साय, एलएन कंवर, अशोक श्रीवास, पूर्णिमा साहू, रितु सिन्हा ने भी बच्चों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने कार्यक्रम में सौंप गई जिम्मेदारियो का सफल निर्वहन किया।

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